देव भूमि हिमाचल के ऊंचे ऊंचे सफेद बर्फ की चादर से ढंके पर्वत ओर शानदार वातावरण के मध्य स्थित मनाली___

हेलो दोस्तो, आशा करता हु आप सभी स्वस्थ होंगे, आज में अपने जीवन का पहला ब्लॉग लिखने जा रहा हु, क्योंकि मुझे घूमने का बहुत शौक है और ट्रेवल ब्लॉगिंग के बारे में सुना भी था परंतु आज तक लिखना प्रारम्भ नही किया था, आज में पहली बार ट्रेवल ब्लॉग लिखने जा रहा हु, यह मेरा खुद का पहला एक्सपीरियंस है जो मेने मनाली में बिताया है।तो दोस्तो मेरी यात्रा की शुरुवात होती है उज्जैन से, जो कि मध्य प्रदेश में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक नगर है। क्यों कि जेब पर ज्यादा असर न पड़े और मेरा बजट ट्रिप प्लान था इसलिये स्लीपर कोच के 540 रु देकर उज्जैन से अम्बाला तक का सफर तय किया। मेरे साथ मेरे कुछ दोस्त भी थे। हमने अम्बाला पहुच कर वहा से मनाली के लिए इनोवा बुक की ताकि रास्ते मे आने वाले हर एक नजारे को कैमरे में कैद कर सके।हमारी अम्बाला से यात्रा शुरू हुई और चंडीगढ़ होते हुए भांगड़ा नांगल डेम तक लगातार चलते रहे। हमने रास्ते मे भांगड़ा नांगल डेम का दृश्य देखते हुए आगे बढ़ते गए और फिर पहुचे नैना देवी मंदिर, जो कि हिमाचल के प्रसिद्ध शक्तिपीठ में से एक है।हम सभी ने माता जी के दर्शन कर वही भोजन किया और आगे की ओर बढ़ चले, रास्ते मे ऊंचे पर्वत, जंगल, नदी और विशालकाय पेड़ों का सौंदर्य मनमोहित लग रहा था। हमारा पहला रात्रि विश्राम मंडी शहर में व्यास नही के किनारे स्थित एक बजट होटल में हुआ, मुझे याद है हमने 500 रु में त्रिपल शेयरिंग बेसिस पर रूम लिया था। दूसरे दिन सुबह उठकर रेडी होकर हम निकल गए मनाली की ओर.. क्या नज़ारा था दिल दिमाग दोनों कार की खिड़कियों से बाहर ही थे, एक तरह कल कल बहती व्यास नही, दूसरी ओर हिमालय पर्वत, आह.. जीवन मे ऐसा अनुभव पहली बार हुआ था। रास्ते मे कुल्लू शहर में रिवर राफ्टिंग का आनंद लिया और भोजन कर शाम तक हम सभी मनाली पहुच गए जहाँ मालरोड से 200 मीटर दूरी पर हमने रूम लेकर विश्राम किया। अब बस इंतजार था कि कब सुबह हो और हम मनाली घूमना शुरू करे.. अब आगे की जानकारी में आपको प्रोफेशनल तरीके से देना चाहूंगा ताकि आप सभी इस ब्लॉग से अपनी मनाली यात्रा को कैसे कब कहा किस प्रकार से करना है सिख सके।

मनाली (Manali) भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के कुल्लू ज़िले में स्थित एक नगर है। यह 1,950 मीटर (6,398 फीट) की ऊँचाई पर ब्यास नदी के किनारे कुल्लू घाटी के उत्तरी छोर पर बसा हुआ है। मनाली राज्य की राजधानी, शिमला, से 270 किमी उत्तर में, चंडीगढ़ से 309 किमी पूर्वोत्तर में और दिल्ली से 544 किमी पूर्वोत्तर में स्थित है। यह भारत के लद्दाख़ क्षेत्र और फिर काराकोरम दर्रे के पार तारिम द्रोणी में यारकन्द और ख़ोतान जाने के प्राचीन व्यापारिक मार्ग का आरम्भ-बिन्दु है। मनाली एक लोकप्रिय पर्वतीय स्थल (हिल स्टेशन) है और पर्यटकों के लिए लाहौल और स्पीति ज़िले तथा लेह का प्रवेशद्वार भी है|

पर्यटन

मनाली एक लोकप्रिय हिमालय सम्बन्धी पर्यटक स्थल है और यह हिमाचल प्रदेश आने वाले कुल यात्रियों का लगभग एक चौथाई हिस्सा दर्शाता है। मनाली का ठंडा वातावरण भारत की चिलचिलाती गर्मी के मौसम में भी राहत प्रदान करता है। यहां साहसी खेलों जैसे स्कीइंग, हाइकिंग (लंबी पैदल यात्रा), पर्वतारोहण, पैराग्लाइडिंग, राफ्टिंग, ट्रैकिंग, कायाकिंग और माउन्टेन बाइकिंग का भी पर्यटक आनन्द लेते हैं। यॉक स्कीइंग इस क्षेत्र का एक अनोखा खेल है। अपने “एक्सट्रीम याक स्पोर्ट्स” के कारण मनाली को “एशिया में सर्वश्रेष्ठ” के रूप में टाईम्स मैगजीन में चित्रित किया गया।  मनाली इसके अलावा गर्म बसंत, धार्मिक तीर्थ स्थानें और तिब्बती बौद्ध मंदिरें भी प्रदान करता है। पिछले वर्षों में मनाली नवदम्पतियों का एक पसंदीदा स्थान बन गया है। आंकड़े दर्शाते हैं कि मौसम (मई, जून, दिसंबर, जनवरी) में रोजाना लगभग 550 जोड़े हनीमून के लिए मनाली पहुंचते हैं और शेष समय में रोजाना लगभग 350 जोड़े प्रतिदिन मनाली पहुंचते हैं। यह स्थान अपने बौद्ध मठों के लिए जाना जाता हैं। पूरे कुल्लू घाटी में तिब्बती शरणार्थियों की सबसे ज्यादा उपस्थिति के साथ-साथ यह अपने 1969 में निर्मित गदन थेकोकलिंग गोम्पा के लिए भी प्रसिद्ध है। मठों का रख-रखाव स्थानीय चंदों और मंदिर कार्यशाला में हस्त निर्मित कालीनों को बेचकर किया जाता है। सबसे छोटा और अत्याधुनिक हिमालयन न्यिन्गामापा गोम्पा बाज़ार के निकट सूर्यमुखी के लहलहाते बगीचे में स्थित है।

दर्शनीय स्थल

  • नाग्गर किला, जो मनाली के दक्षिण में स्थित है, पाल साम्राज्य का स्मारक है। चट्टानों, पत्थरों और लकड़ियों के विस्तृत कढ़ाईयों से बना यह हिमाचल के समृद्ध और सुरुचिपूर्ण कलाकृतियों का सम्मिश्रण है। इस किले को बाद में एक होटल में परिवर्तित कर दिया गया।
  • हिडिम्बा देवी मंदिर, 1553 में स्थापित, पांडव राजकुमार भीम की पत्नी हिडिम्बा, जो स्थानिय देवी है, उनको समर्पित हैं। यह मंदिर अपने चार मंजिला शिवालय एवं विलक्षण काठ की कढ़ाई के लिए जाना जाता है।
  • रहला झरनें, रोह्तंग मार्ग की चढाई के आरम्भ में मनाली से कुछ 27 कि॰मी॰ (89,000 फीट) पड़ते हैं, ये 2,501 मी॰ (8,205 फीट) की ऊंचाई पर स्थित खूबसूरत रहला झरनें हैं
  • सोलंग घाटी जिसे लोकप्रिय रूप से बर्फ बिंदु (स्नो पॉइंट) के रूप में जाना जाता है, मनाली के 13 किमी उत्तर पश्चिम में है।
  • मानिकरण कुल्लू से करीब 45 किमी दूर मनाली जाने वाले रास्ते में स्थित है और पार्वती नदी के नजदीक अपने गर्म सोतों के लिए जाना जाता है।

परिवहन

सड़क मार्ग

मनाली, राष्ट्रीय राजमार्ग 3 द्वारा दिल्ली से बहुत अच्छी तरह जुड़ी हुई है, जो लेह तक जाती है और जो दुनिया की सबसे ऊंची वाहनीय सड़क होने का दावा करती है। नई दिल्ली से मनाली तक हरियाणा के पानीपत और अम्बालाचंडीगढ़ (केंद्र शासित क्षेत्र), पंजाब के रोपर और हिमाचल के बिलासपुरसुंदरनगर व मंडी शहर आते हैं।

रेल मार्ग

रेल से मनाली पहुंचना इतना आसान नहीं है। सबसे नज़दीकी बड़ी लाइनों के मुख्य रेलवे स्टेशन उना (250 कि॰मी॰ (820,000 फीट)) चंडीगढ़ (315 कि॰मी॰ (1,033,000 फीट)), पठानकोट (325 कि॰मी॰ (1,066,000 फीट)) और कालका (310 कि॰मी॰ (1,020,000 फीट)) में हैं। नज़दीकी छोटी लाइन का मुख्य रेलवे स्टेशन जोगिंदर नगर (135 किलोमीटर (443,000 फीट)) में हैं। [9]

वायु मार्ग

सबसे नज़दीकी वायु सेवाएं, कुल्लू-मनाली विमानक्षेत्रभुंतर में उपलब्ध हैं, जो मनाली से करीब 50 कि॰मी॰ (160,000 फीट) दूर है। वर्तमान में, किंगफिशर रेड दिल्ली से प्रतिदिन निरंतर सेवाएं संचालित करती है, एयर इंडिया सप्ताह में दो बार निरंतर सेवा प्रदान करती है और MDLR एयरलाइन्स हफ्ते में छ: बार दिल्ली के लिए सेवाएं प्रदान करती हैं।

आशा करता हु आपको मेरा यह पहला ब्लॉग अच्छा लगा होगा, आप अपने ट्रिप को बहुत ही सस्ते ओर सुरक्षित तरीके से करने के लिए मुझसे संपर्क कर सकते है में जरूर आपकी हेल्प करूँगा, साथ ही आप धाकड़ टूरिज्म का भी पूरा फायदा उठाये।

डॉ अजय वक्तारिया, उज्जैन मप्र 8770880306

https://www.instagram.com/invites/contact/?i=aopeftemewwr&utm_content=femc0ip

11 Comments. Leave new

  • MR. AJAY I.L. VAKTARIYAMR.
    February 13, 2022 10:49 am

    Very nice

    Reply
  • Very good information. It will help full for visitors

    Reply
  • Dr Pawan Kumar Gupta
    February 13, 2022 10:54 am

    Amaging, wonderful Nature’s beauty marvelous

    Reply
  • Devendra Kumar Yadav
    February 13, 2022 12:24 pm

    A Very Good Experience Sir.

    Reply
  • बहुत ही बढ़िया जानकारी दिए आप उत्तराखंड की प्रत्येक जगह खूबसूरत है मगर सस्ता सरल और व्यवस्थित ढंग से घूमे तो मजा दोगुना हो जाता है यह आपके ब्लॉक में नजर आ रहा है बहुत-बहुत धन्यवाद आपका🙏😊👌 साथ ही आपको शुभकामनाएं नई जगह नए ब्लॉक के लिए👍

    Reply
    • It was a great experience to travel with you sir … जितना अच्छा चित्रण आपने मनाली यात्रा का ब्लॉग के माध्यम से किया है उससे भी अच्छी तरह आपने हमे वास्तविक रूप से मनाली के दर्शन एक गाइड के रूप में करवाकर हमारी यात्रा को और भी ज्यादा मनोरम व आनंददायी बनाया है।😊✌️🙏

      Reply
  • बहुत ही सुन्दर वर्णन किया है आपने
    निरन्तरता बनाये रखें ✍
    🙏🙏

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  • Very informative blog..Thnku sirjee😊

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  • Very nice dear ajay sir …very nice

    Reply
  • Very nice Dr. Ajay sir, You are perfect traveler & Awesome person… great words used in blog

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  • Thanks for your blog, nice to read. Do not stop.

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